An Unbiased View of आंखो की समस्याएं अपनाएं टिप्स

Wiki Article



सोडा और कैंडी के शौकीन लोग हो जाएं सावधान, सेहत को हो रहा है ये बड़ा नुकसान

आंखों की एक्सरसाइज़ करना ज़रूरी है. इसके लिए अपने अंगूठे पर फोकस करें.

By clicking “Settle for All Cookies”, you comply with the storing of cookies on the gadget to improve web-site navigation, examine web-site utilization, and aid within our internet marketing efforts.

मॉनसूनऑटो न्‍यूजवेब स्‍टोरिजबैंकिंग सेक्‍टरपरीक्षा नतीजेएजुकेशन

लिक्विड या क्रीमी आई मेकअप में बैक्टीरिया आसानी से पनपते हैं। अत: कुछ समय के बाद उत्पादों को बदल नये खरीद लें। यदि आप को कोई संक्रमण हो जाता हैं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। यदि आपको एलर्जी की शिकायत है, तो एक समय में केवल एक नए उत्पाद का प्रयोग करें। सौंदर्य प्रसाधन को कभी सांझा न करें। मेकअप का उपयोग करने से पहले और बाद में अपने चेहरे को अच्छी तरह से साफ करें, और लैश लाइनों के अंदर सौंदर्य प्रसाधन न लगाएं।

अपनी आंखों को सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों से सुरक्षित रखें और अगर संभव हो तो अच्छी क्वालिटी के सनग्लासेज पहनें।

गर्म हवाओं से आंखों का here हाल हो सकता है बेहाल, डॉक्टर से जानिए कैसे रखें आंखों को सुरक्षित

दिन में दो बार आंखों साफ पानी से जरूर धोनी चाहिए. इसके अलावा त्रिफला चूर्ण को रातभर पानी में भिगोकर सुबह उस पानी को छानकर उससे आंखें धोने से भी ये न केवल इंफेक्शन को दूर करता है, बल्कि उनकी रोशनी भी बढ़ाता है.

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

आंख में शहद की एक बूंद डालें, लेकिन जलन होने पर डरें नहीं. यह आंख के दर्द में राहत देगा.

यह भी पढ़ेंः आंखों के लिए बेस्ट हैं योगासन, फायदे जानकर हैरान रह जाएंगे

कॉटन में बर्फ रखें और उससे अपनी आंखों के ऊपर और आसपास सिकाई करें। ध्यान रहे कि बर्फ को सीधा आंखों पर अप्लाई ना किया जाए

भरपूर नींद लें - दिनभर आपके साथ-साथ आपकी आंखें भी जागती हैं। ऐसे में उन्हें भी आराम की जरूरत होती है। पर्याप्त मात्रा में नींद लेना, आंखों को आराम देता है। इसके अलावा यह आंखों के आसपास सूजन की समस्या को भी दूर करता है और काले घेरे भी।

अक्सर पुरषों के जींस में पॉकेट काफी बड़ी होती है जिसमें वो ज़माने भर की चीज़ें रख सकते हैं। पर महिलाओं के जींस में पॉकेट सिर्फ नाम के लिए दी जाती है। सवाल ये है कि आखिर महिलाओं की जींस की पॉकेट इतनी छोटी क्यों होती हैं? चलिए जानते है इसका कारण.....

Report this wiki page